भारत को धार्मिक अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए: अमेरिका
अमेरिका ने भारत से कहा है कि धार्मिक अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा की जानी चाहिए, हम सभी घटनाक्रमों पर नज़र बनाये रखे हैं। कानून के तहत समान व्यवहार मौलिक सिद्धांत है। अपने संवैधानिक और लोकतांत्रिक मूल्यों को बरकरार रखते हुए धार्मिक अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करे।
वाशिंगटन : अमेरिका ने भारत से अनुरोध किया है कि वह अपने संवैधानिक और लोकतांत्रिक मूल्यों को बरकरार रखते हुए धार्मिक अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करे. अमेरिका, विवादित नागरिकता संशोधन विधेयक के संबंध में भारत के विभिन्न राज्यों में जारी घटनाक्रमों पर नजर रख रहा है. विदेश विभाग के एक प्रवक्ता ने बृहस्पतिवार को कहा, 'हम नागरिकता संशोधन विधेयक के संबंध में घटनाक्रमों पर करीब से नजर बनाए हुए हैं. कानून के तहत समान व्यवहार और धार्मिक स्वतंत्रता का सम्मान हम दो लोकतांत्रिक देशों के मौलिक सिद्धांत हैं.' प्रवक्ता ने कहा, 'अमेरिका भारत से अनुरोध करता है कि वह अपने संवैधानिक और लोकतांत्रिक मूल्यों को बरकरार रखते हुए धार्मिक अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करे.' बता दें कि नागरिकता संशोधन बिल (कैब) के विरोध में पूर्वोत्तर समेत पूरे असम में प्रदर्शन चल रहा है. बुधवार को हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद कल गुवाहाटी में लोगों ने कर्फ़्यू का उल्लंघन किया. गुवाहाटी में दो प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई है. यातायात सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हैं. ट्रेनों के साथ-साथ गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ जाने वाली कई उड़ानें भी रद्द हुई हैं. असम के चार इलाकों में सेना को तैनात किया गया है. वहीं मेघालय में भी विरोध जारी है. शिलॉन्ग में ही दो गाड़ियां आग के हवाले कर दिया गया.