कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दिल्ली में सरकार की आर्थिक नीतिओं के विरोध में बुलाई गई एक रैली में अपने 'रेप इन इंडिया' वाले बयान का ज़िक्र करते हुए फिर कहा है कि वो अपने बयान के लिए माफ़ी नहीं माँगेंगे.
उन्होंने रामलीला मैदान में कहा,"मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं है. मेरा नाम राहुल गांधी है. मैं सच्चाई के लिए माफ़ी नहीं मांगूंगा. मर जाऊंगा लेकिन माफ़ी नहीं माँगूंगा."
उन्होंने कहा, "माफ़ी प्रधानमंत्री और उनके असिस्टेंट अमित शाह को मांगनी है. पहले अर्थव्यवस्था हमारी शक्ति थी...है नहीं थी. पहले 9 फ़ीसदी जीडीपी ग्रोथ रेट थी और आज प्याज़ पकड़े हुए हैं."
राहुल गांधी ने कांग्रेस की 'भारत बचाओ' रैली में अर्थव्यवस्था को लेकर मोदी सरकार पर तेज़ हमले किए.
उन्होंने कहा," हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था नरेंद्र मोदी ने अकेले नष्ट कर दी. काले धन का ख़ात्मे का हवाला देकर, आपसे झूठ बोलकर नोटबंदी की. उसके बाद गब्बर सिंह टैक्स (जीएसटी).
राहुल गांधी ने साथ ही आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री उद्योगपतियों के दम पर मीडिया में छाए रहते हैं.
उन्होंने कहा,"टीवी पर कोई एक 30 सेकेंड का विज्ञापन आता है, वो लाखों का आता है. नरेंद्र मोदी टीवी पर दिनभर दिखते हैं रोज़. इसका पैसा कौन दे रहा है? इसका पैसा वो लोग दे रहे हैं जिनको नरेंद्र मोदी आपका पैसा छीनकर दे रहे हैं."
'रेप इन इंडिया' पर विवाद
शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के 'रेप इन इंडिया' वाले बयान की संसद से लेकर सोशल मीडिया तक में चर्चा हुई थी.
राहुल गांधी ने झारखंड की चुनावी रैली में कहा था, ''नरेंद्र मोदी ने कहा था- मेक इन इंडिया. अब आप जहां भी देखो. अब मेक इन इंडिया नहीं...रेप इन इंडिया है.''
उनके इस बयान पर केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी समेत कई बीजेपी सांसदों ने संसद में इस बयान पर कड़ा विरोध जताया.
स्मृति इरानी ने लोकसभा में कहा, ''ये पहली बार हुआ है, जब गांधी परिवार का बेटा ये कहता है कि आओ हिंदुस्तान में रेप करो. राहुल गांधी इस सदन के नेता हैं. क्या राहुल गांधी ये कहना चाहते हैं कि हिंदुस्तान का हर व्यक्ति रेप करना चाहता है?''
इसके बाद राहुल गांधी ने ट्विटर पर सफ़ाई दिया और पीएम मोदी का एक पुराना वीडियो भी शेयर किया जिसमें मोदी दिल्ली को 'रेप कैपिटल' बता रहे थे.